top of page
Writer's pictureRavindra Bajpai

कड़ी मेहनत से अवसर उत्पन्न किये जा सकते हैं

बहुत से लोग ऐसे हैं जो नाकामयाबी पर किस्मत को कोसते हुए कहते कि उन्हें अवसर नहीं मिला। दूसरी तरफ ऐसे व्यक्ति भी हैं जिन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बनाते हुए आगे बढ़ने के अवसर उत्पन्न कर लिए।।वस्तुतः ऐसे मेहनती लोग ही समाज के लिए आदर्श बनते हैं।


" कड़ी मेहनत से अवसर उत्पन्न किये जा सकते हैं ।"

"Opportunities could be created by hard labor ."


बहुत से लोग ऐसे हैं जो नाकामयाबी पर किस्मत को कोसते हुए कहते कि उन्हें अवसर नहीं मिला। दूसरी तरफ ऐसे व्यक्ति भी हैं जिन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बनाते हुए आगे बढ़ने के अवसर उत्पन्न कर लिए।।वस्तुतः ऐसे मेहनती लोग ही समाज के लिए आदर्श बनते हैं।


इस विचार को आत्मसात कर लेने वालों का जीवन सार्थक और अनुकरणीय हो जाता है।


इस विचार को कार्य रूप में बदला गया मप्र के जबलपुर नगर में जहां ब्रह्मर्षि स्वामी विश्वात्मा बावरा जी महाराज की प्रेरणा से साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी द्वारा स्थापित विराट हॉस्पिस नामक संस्थान ने एक अकल्पनीय अनुष्ठान शुरू किया ।


इसमें कैंसर की अंतिम अवस्था के 1000 से अधिक मरीजों को परिवार के सदस्य की भाँति रखकर अंतिम सांस तक उनकी सेवा सुश्रुषा की जा चुकी है।


ये कार्य आसान नहीं था । इसकी परिकल्पना को लोगों के मन में उतारना कठिन था लेकिन दीदी ने दृढ़ता दिखाई और असम्भव को सम्भव के साथ सफल भी बना दिया।


इन मरीजों के जीवन की रक्षा तो नामुमकिन है किन्तु जितना समय उनके पास है उसमें उन्हें अधिकतम खुशी देने के लिए विराट हॉस्पिस समर्पित है।


बिना सरकारी मदद के सामाजिक सहयोग से संचालित विराट हॉस्पिस में 28 बिस्तरों की क्षमता है।


यहां मरीजों को 24 घण्टे प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ की सेवाएं,जरूरी दवाइयाँ, डाक्टरी परामर्श के अलावा एक परिजन के साथ भोजन तथा आवास जैसी सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं।


विराट हॉस्पिस छह वर्ष से निरन्तर निःस्वार्थ सेवा का प्रतीक बना हुआ है तो इसके पीछे कारण दूसरों के भरोसे बैठे रहने की बजाय खुद होकर अवसरों का सृजन करना ही रहा।


इसे अत्याधुनिक स्वरूप देते हुए भेड़ाघाट के निकट गोपालपुर ग्राम में तीन एकड़ भूमि पर एक परिसर निर्मित किया गया है जिसमें शीघ्र ही 48 मरीजों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा रेडिएशन सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

पीड़ित मानवता की निःस्वार्थ सेवा के इस अनुष्ठान को निरंतर जारी रखना चुनौतीपूर्ण कार्य है जिसमें आपकी सहभागिता हमारे लिए बेहद उपयोगी होगी।


आज का दिवस सफलतादायक हो यही मंगलकामना है।


2 views0 comments

Recent Posts

See All

Comentários


bottom of page